छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ एवम् छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के तत्वधान में एक दिवसीय बाइक रैली व धरना प्रदर्शन किया गया।

भास्कर न्यूज24/वीरेंद्र भारद्वाज/दल्लीराजहरा। सोमवार को छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ एवम् छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के तत्वधान में एक दिवसीय बाइक रैली व धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया, जिसका उद्देश्य दल्लीराजहरा के लोह अयस्क के खदानों में स्थानीय नौजवान बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अनुविभागीय दंडाधिकारी के माध्यम से जिलाधिश व मुख्य महाप्रबंधक लोह अयस्क समूह बी. एस. पी. के नाम से ज्ञापन सौंपा गया। बेरोजगार युवा संघ के अध्यक्ष योगेश यादव के द्वारा सम्बन्धित विषय पर प्रमुखता से अपने बात रखा गया, वर्तमान समय में बेरोजगारी देश की एक अहम् समस्या है, दल्लीराजहरा भी उससे अछूता नही रहा है, दल्लीराजहरा लौह नगरी देश के पैमाने पर लौह अयस्क के भण्डार के साथ-साथ भिलाई इस्पात संयंत्र के उत्पादन एवं विकास में लौह अयस्क की आपूर्तिकर्ता के नाम से जाना जाता है। लौह अयस्क समूह, राजहरा के खदानों से जिस अनुपात में आयरन ओर का दोहन किया जा रहा है, उस अनुपात में क्षेत्रीयतावाद के कारण स्थानीय नौवजवान बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। पिछले 60 वर्षो से यहाँ की खदानों से लौह अयस्क की उत्खनन की जा रही है, तथा अरबो-खरबों रुपये की खनिज रॉयल्टी प्रदेश, जिला एवं वन विभाग को प्राप्त होती रही है, वर्तमान समय में राजहरा खान समूह से लगभग प्रतिवर्ष 10 अरब रुपये जिसमें सिर्फ महामाया खदान से प्रतिवर्ष लगभग 3 अरब रुपये राज्य सरकार, व बालोद जिला एवं वन विभाग को प्राप्त होती है। जिस अनुपात में छत्तीसगढ़ शासन को आय प्राप्त होती है, उस अनुपात में दल्लीराजहरा नगरवासियों एवं यहाँ पर निवासरत नौवजवान बेरोजगारों के लिए कोई रोजगार के साधन उपलब्ध नहीं है, न ही यहाँ के स्थानीय रहवासियों को उसका लाभ प्राप्त हो रहा है, जबकि रावघाट परियोजना शुरु होने से पहले क्षेत्र के शिक्षित-नौवजवान जो इस परियोजना के आने से रोजगार की आशा की किरण जगी थी. रावघाट परियोजना प्रारंम्भ होने से आसपास के अनेको खदान संचालित हुए जैसे- कच्चे माइस, डुलकी माइस, चारगाँव माइंस, हाहालद्दी माइस, मेटाबोदेली माइंस, चेम्बल माइंस, पल्लेमाड़ी माइस, खुलने से इस क्षेत्र के बेरोजगारों में रोजगार के प्रति आशा की किरण जगी थी, लेकिन क्षेत्रीयतावाद के कारण स्थानीय बेरोजगारों को खदानों में काम प्राप्त करना स्वप्नदृष्टा हो चुकी है, जो स्थानीय बेरोजगारों के लिए कुठाराघात है, चूँकि लौह नगरी दल्लीराजहरा में लौह अयस्क की खदानों में उत्खनन लगातार जारी है, लेकिन यहाँ स्थानीय बेरोजगारों के लिए रोजगार के साधन नगण्य है। दल्लीराजहरा में शुरुवाती दिनों से लेकर 40 वर्षो तक लगभग 20 हजार कर्मचारी कार्य करते थे जो घटकर आज वर्तमान में श्रमिकों की संख्या 3 हजार में ही सिमट गयी है। जबकि उत्पादन कई गुना बढ़ा है वर्तमान समय में खदानों में हो रहे उत्पादन के अनुपात में कर्मचारियों की संख्या बहुत ही कम है, जिसका मूल कारण पूर्ण मशीनीकरण को बढ़ावा व मानवी श्रम का हनन हो रहा है, जिससे दल्लीराजहरा के स्थानीय नौवजवान-बेरोजगारों में आकोश व्याप्त है, और औद्योगिक अशांति का खतरा मंडरा रहा है, इसी परिपेक्ष में दल्लीराजहरा के स्थानीय नौजवानों—बेरोजगारों द्वारा छत्तीसगढ माइस श्रमिक संघ/ छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के बैनर तले सोमवार को सुबह 11.00 बजे से छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ/ छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा कार्यालय, शहीद भवन केम्प नं.-1 से प्रारंम्भ होकर पुराना बाजार, शहीद वीरनारायण सिंह चौक, पेट्रोल पम्प चौक, गुप्ता चौक, नियोगी चौक न्यू बस स्टैण्ड, श्रमवीर चौक होते हुए एस.डी.एम. कार्यालय तक मोटर साइकिल रैली/ धरना प्रदर्शन ज्ञापन सौंपा गया, उसके पश्चात माइंस ऑफिस में बी एस पी प्रबन्धन को भी ज्ञापन सौंपा गया। बाइक रैली व धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में , जनक लाल ठाकुर भूतपूर्व विधायक एवं अध्यक्ष छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा , सोमनाथ उइके अध्यक्ष छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ, योगेश यादव अध्यक्ष बेरोजगार युवा संघ छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा एवं अन्य साथीगण, रामचरण नेताम , सुरेंद्र साहू ,अमर ठाकुर ,मोहित जी,राधे श्याम खरे जी,नम्मु यादव श्रवण यादव ,महेश भारती , इंद्रपाल एवं छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा ,छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के बेरोजगार साथी एवं छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के अन्य साथी गण उपस्थित हुए।