छत्तीसगढ़राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय ख़बरेंविविध ख़बरें

लोक आस्था के महापर्व षष्ठी व्रत के तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती महिलाओं ने मां षष्ठी की पूजा अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि के लिए की प्रार्थना।

भास्कर न्यूज24/वीरेन्द्र भारद्वाज/दल्लीराजहरा। रविवार को टाउनशिप स्थित छठ स्थल पर लोक आस्था के महापर्व षष्ठी व्रत के तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती महिलाओं ने मां षष्ठी की पूजा अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की।

यूपी बिहार प्रांत के लोगों ने छठ पर्व में षष्ठी मैया को साक्षी मानते हुए भगवान सूर्य देव को अर्घ्य दिया। पूजन का समापन 20 नवम्बर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर किया जाएगा। सबसे कठिन पूजन में छठ के पर्व में 36 घंटे का निर्जल व्रत रखा जाता है। षष्ठी का पूजन कई स्थानों पर किया गया। शहर के टाउन शीप स्थित छठ कुण्ड में शाम को खासा उत्साह रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पारंपरिक आस्था के साथ षष्ठी मैया को साक्षी मानते हुए सूर्य देव की पूजा अर्चना की। महिलाएं पूजा की सामग्री लेकर सूर्य देव की पूजा अर्चना करती रहीं। हर ओर षष्ठी मैया के पारंपरिक भजन और ष्ष्ठ के पर्व पर गाए जाने वाले बिहार के लोक गीत गूंजते रहे। व्रती महिलाओं का उत्साह देखते ही बनता था। उनकी आस्था और श्रद्धा के किसी का भी नतमस्तक होने को जी करता। श्रद्धा और आस्था के इस पर्व को पारंपरिक लोक गीत चार चांद लगाने का कार्य कर रहे थे तो श्रद्धालुओं का विश्वास और मनोबल भी छाप छोड़ने वाला था।सभी व्रती महिलाएं पूरी सामग्री के साथ पारंपरिक वेशभूषा के बीच खडे़ होकर सूर्यदेव की घंटों पूजा-अर्चना कर परिवार के कल्याण की कामना करती रही।

वीरेन्द्र भारद्वाज

चीफ़ एडिटर, भास्कर न्यूज़ 24

Related Articles

Back to top button