इतिहास में संयोग का बड़ा महत्व है अगर संयोग अच्छा रहा तो सफलता आसानी से मिल जाती है- डॉ साहसी

भास्कर न्यूज24/वीरेन्द्र भारद्वाज/दल्ली-लोहारा। शासकीय एकलव्य महाविद्यालय डौंडी लोहारा के राष्ट्रीय सेवा योजना का विशेष शिविर वर्ष 2023-24 का आयोजन वनांचल क्षेत्र मडिया कट्टा डौंडी लोहारा में किया जा रहा है।
आज पंचम दिवस पर स्वयंसेवकों द्वारा प्रातः काल- प्राणायाम, योगाभ्यास कुमारी मनीषा तथा धनेश साहू के नेतृत्व में आयोजित किया गया। तथा गांव का सर्वे कर गांव की समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल कर उनका निराकरण करने का प्रयास किया गया ।तत्पश्चात 2:00 बजे बौद्धिक चर्चा का आयोजन कैरियर निर्माण (गाइडेंस) के संबंध में विशेष शिविर का आयोजन हुआ जिसके मुख्य अतिथि डॉक्टर बी. एल .साहसी -व्याख्याता शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल किल्लेकोडा थे। अध्यक्षता पुरुषोत्तम भुआर्य एन.एस.एस. प्रभारी ने किया ।विशेष अतिथि के रूप में प्रदीप खरे सहायक प्राध्यापक, संजय ठाकुर सहायक प्राध्यापक ,दयालुराम पिकेश्वर प्रधान पाठक माध्यमिक शाला मडिया कट्टा, भूआर्य सर प्रधान पाठक प्राथमिक शाला मडिया कट्टा थे। अतिथियों द्वारा मां शारदे, छत्तीसगढ़ महतारी, विवेकानंद के तैल चित्रों के पूजन अर्चना के साथ हुआ ।इस अवसर पर टीचर श्री ठाकुर ने कहा कि- करियर निर्माण के लिए स्नातक का होना अनिवार्य है। तत्पश्चात विभिन्न विभागों के लिए प्रतियोगी परीक्षा का द्वार खुल जाता है ।एस.एस.सी. परीक्षा के माध्यम से भी अपना करियर बनाया जा सकता हैं ,खरे ने कहा कि- पी.एस.सी. परीक्षा के लिए तीन दौर से होकर गुजरना पड़ता है- जिसमें प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा तथा इंटरव्यू आदि। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के आसंदी पर बोलते हुए डॉक्टर साहसी ने कहा कि- इतिहास में संयोग का बड़ा महत्व है अगर संयोग अच्छा रहा तो सफलता आसानी से मिल जाती है। ठीक उसी प्रकार आप लोगों के द्वारा सात दिवसीय मडियाकट्टा में लगाना एक संयोग है । आने वाले समय में आप लोगों का ये शिविर इतिहास बन जाएगा। आप लोगों को अपनी करियर बनाने के लिए काफी मेहनत करनी होगी ,क्योंकि कंपटीशन का जमाना इसलिए नींद चैन त्यागना होगा तभी कैरियर निर्माण के मंजिल को प्राप्त कर सकते हैं मेरी शुभकामनाएं आप लोगों के साथ है ।इस अवसर पर एन.एस.एस. प्रभारी द्वारा डॉक्टर साहसी को एक पेड़ प्रेजेंट कर उनका सम्मान किया । इस शिविर में लगभग 40 छात्र छात्राओं ने बौद्धिक परि- चर्चा में भाग लिया और अंत में एन.एस.एस . प्रभारी के द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया। तत्पश्चात सभा समापन की घोषणा की गई।