खाली प्लॉट में पानी भरने से घरों में घुसा पानी, गंदगी से स्थानीय निवासी परेशान।

भास्कर न्यूज24/वीरेंद्र भारद्वाज/ डौंडी। पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश के कारण नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 10 के निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में स्थित एक खाली प्लॉट में पानी भरने के कारण आसपास के घरों में पानी घुस गया है, जिससे वहां रहने वाले लोगों की दैनिक जीवन में भारी व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।खाली प्लॉट में जलभराव की समस्या को लेकर स्थानीय निवासियों ने कई बार नगर पालिका को शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसके परिणामस्वरूप, पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और यह अब आसपास के घरों में घुसने लगा है। पानी के साथ-साथ गंदगी और कीचड़ भी घरों में भर गए हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।वार्ड क्रमांक 10 के निवासी खिला नंद नायक ने बताया, “हमारे घर के बगल वाले खाली प्लॉट में बारिश का पानी जमा हो गया है। इससे हमारे घर में पानी घुस आया है और हम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हमारे बच्चे गंदे पानी में खेलने को मजबूर हैं और हम बीमारियों के खतरे से जूझ रहे हैं।”वार्ड के अन्य निवासियों ने भी इस समस्या को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बारिश का पानी जमा होने के कारण गंदगी फैल रही है और मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।स्थानीय निवासी दिलीप साहू ने कहा, “हमने कई बार नगर पालिका को इस समस्या की जानकारी दी, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान किया जाए ताकि हम लोग चैन की सांस ले सकें।”इस बीच, स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने भी इस समस्या को गंभीरता से लिया है। उन्होंने पानी भरने वाले क्षेत्रों में मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव करने और निवासियों को साफ-सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।यह समस्या केवल वार्ड क्रमांक 10 तक ही सीमित नहीं है। नगर के अन्य हिस्सों में भी बारिश के पानी के जमाव और गंदगी की समस्या सामने आ रही है। इससे निपटने के लिए नगर पालिका को त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि नागरिकों को इस प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े। इस समस्या का समाधान निकालना न केवल नगर पालिका के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए जरूरी है। सभी निवासियों को मिलकर इस दिशा में प्रयास करने होंगे ताकि इस तरह की समस्याओं से निपटा जा सके और एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।