द्वितीय शताब्दी वर्ष में शहीद शिरोमणि गेंद सिंह नायक जी को श्रद्धांजलि अर्पण।

भास्कर न्यूज 24/ वीरेंद्र भारद्वाज/ रायपुर- दल्ली राजहरा। छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद शिरोमणि श्री गेंद सिंह नायक जी के 200वें शहादत दिवस के अवसर पर आज मुख्यमंत्री निवास में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शहीद गेंद सिंह नायक जी की स्मृति को चिरस्थायी बनाने हेतु राजधानी रायपुर में उनकी आदमकद प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव रखा।
इतिहास और योगदान
20 जनवरी 1825 को मराठों और अंग्रेजों ने महल के सामने वीर शहीद गेंद सिंह नायक जी को फांसी दी थी। उन्होंने अपनी अंतिम सांस तक मातृभूमि के लिए संघर्ष किया और अपने बलिदान से स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखी। मराठों और अंग्रेजों के शोषण के खिलाफ संघर्ष की प्रेरणा देने वाले गेंद सिंह नायक जी छत्तीसगढ़ के गौरव और आजादी के प्रतीक हैं।
श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
केंद्रीय महासभा के आह्वान पर संपूर्ण निर्देशित स्थानों पर श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय महासभा के अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र माहला ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “शहीद शिरोमणि गेंद सिंह नायक जी देशभक्ति, त्याग और बलिदान के प्रतीक हैं। उन्होंने अंग्रेजों और मराठों के शोषण के खिलाफ आवाज उठाई और देश को मुक्ति का मार्ग दिखाया।” उन्होंने यह भी कहा कि हमें वीर शहीद के दिखाए मार्ग पर चलकर देश और समाज के विकास में अपना योगदान देना चाहिए।
मुख्यमंत्री का वक्तव्य
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “शहीद गेंद सिंह नायक जी छत्तीसगढ़ के ऐसे वीर सपूत हैं जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। उनकी आदमकद प्रतिमा राजधानी रायपुर में स्थापित की जाएगी ताकि आने वाली पीढ़ियां उनके बलिदान से प्रेरणा ले सकें।”
उल्लेखनीय पहल
श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्तियों, समाजसेवियों, शिक्षाविदों और युवाओं ने भाग लिया। सभा में शहीद गेंद सिंह नायक जी के बलिदान पर आधारित वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी किया गया, जिसने लोगों को उनकी संघर्ष गाथा से परिचित कराया।
समाज के लिए संदेश
सभा के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने शहीद गेंद सिंह नायक जी के दिखाए गए आदर्शों और मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। केंद्रीय महासभा ने इस अवसर पर राज्य सरकार और जनता से अपील की कि शहीदों के बलिदान को हमेशा याद रखा जाए और उनके सपनों को साकार करने के लिए कार्य किया जाए।
समापन
इस ऐतिहासिक श्रद्धांजलि सभा ने न केवल गेंद सिंह नायक जी के बलिदान को याद किया बल्कि सभी को उनके सिद्धांतों पर चलने के लिए प्रेरित किया। यह आयोजन शहीदों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का सशक्त माध्यम बना।