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दल्ली यंत्रीकृत खदान में सुरक्षा के मापदंडों का पालन नहीं होने से हुई गंभीर दुर्घटना, ठेका श्रमिक झुलसा-मुश्ताक अहमद

भास्कर न्यूज़ 24/ वीरेंद्र भारद्वाज/ दल्लीराजहरा। खदान मजदूर संघ भिलाई संबंद्ध भारतीय मजदूर संघ के नेता मुश्ताक अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि राजहरा खदान समूह में लगातार हो रहे दुर्घटनाओं में रोक लगाने में बीएसपी प्रबंधन पूरी तरह असफल नजर आ रही है। आये दिन खदान के अंदर कुछ न कुछ दुर्घटना हो रही है और जिम्मेदार अधिकारी इसमें सुधार करने के बजाय इसमें सहयोग करते नजर आ रहे हैं? अभी ताजा घटना दल्ली यंत्रीकृत खदान के ओवरबर्डन के वेस्ट रिमूवैल के ठेके में हुई दुर्घटना का है जिसमें लोडर मशीन का रेडियेटर पानी की जांच करते समय ठेका श्रमिक पूरी तरह झुलस गया है उसके शरीर में फफोले पड़ गये है ईतनी बड़ी दुर्घटना हो गई जिसमें ठेका श्रमिक की जान भी जा सकती थी ईस दुर्घटना का जिम्मेदार कौन है आजतक बीएसपी प्रबंधन द्वारा ईसकी जानकारी किसी भी यूनियन को नहीं दी गई है जोकि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मगर जब भारतीय मजदूर संघ ने दल्ली यंत्रीकृत खदान में कार्यरत ठेका श्रमिकों से जांच पड़ताल की तो पता चला है कि जिस ठेका श्रमिक का दुर्घटना हुआ है उसका नाम करण दिक्षित है उसकी उम्र मात्र 22 वर्ष है और सबसे बड़ी बात है कि यह गरीब ठेका श्रमिक ईस ठेके में कार्य ही नहीं करता था ईस ठेका श्रमिक को ठेकेदार ने अपने मशीनों और गाड़ियों की मरम्मत के लिए अलग से रखा हुआ था ईस ठेका श्रमिक का न तो कोई सेफ्टी ट्रेनिंग हुआ है और न ही एक फार्म पंजीयन हुआ है और न ही ईसका गेटपास बना हुआ है तो फिर ईस ठेका श्रमिक को किसके आदेश से खदान के अंदर आने दिया गया उसे ठेकेदार ने भेजा था या फिर बीएसपी के किसी जिम्मेदार अधिकारी ने ईसे बिना गेटपास के आने दिया था संघ द्वारा जांच करने पर पता चला है कि यहां के जिम्मेदार अधिकारियों की सहमति से बिना गेटपास, बिना ट्रेनिंग, बिना ए फ़ार्म पंजीयन के रोजाना ऐसे ठेका श्रमिकों को खदान में प्रवेश करने दिया जाता है। करण दिक्षित पिछले 06 माह से बिना गेटपास के खदान के अंदर कार्य कर रहा था और खदान जिम्मेदार अधिकारी पूरा खदान ठेकेदार के भरोसे छोड़ दिए हैं जोकि जांच का विषय है? ऐसी जानकारी मिली है कि अभी भी 03 से 04 ऐसे ठेका श्रमिक ईस ठेके में कार्यरत हैं जिनका गेटपास, ट्रेनिंग, पंजीयन नहीं हुआ है मगर ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पढ रहा है जोकि बहुत ही दुखद है । और सबसे बड़ी अमानवीय बात यह है कि बीएसपी के जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदार ने दुर्घटनाग्रस्त ठेका श्रमिक करण दिक्षित का सही ईलाज करवाना भी जरूरी नहीं समझा और खदान के अंदर हुए एक्सीडेंट में घायल हुए और जले हुए ठेका श्रमिक को सीधे बीएसपी अस्पताल न ले जाकर उसे शहीद अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जहां जलें हुए मरीजों के ईलाज की सुविधा नहीं है इसलिए उसे बीएसपी अस्पताल से सीधे भिलाई सेक्टर 09 अस्पताल रिफर किया जाना था किन्तु बीएसपी के अधिकारियों और ठेकेदार ने अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया और गरीब मजदूर को उसके हाल में छोड़ दिया गया।राजहरा खदान समूह में सुरक्षा के मापदंडों का पालन नहीं किया जा रहा है जिसके कारण आए दिन खदान के भीतर कोई न कोई दुर्घटना होती रहती है अभी कूछ दिन पहले ही दल्ली यंत्रीकृत खदान में सुरक्षा में लापरवाही के चलते पैलेट प्लांट में कार्यरत ठेका श्रमिक ऊंचाई से गिरकर मौत के मुंह में चला गया था मगर आजतक किसी भी जिम्मेदार के ऊपर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं किया गया है और आज भी खुलेआम सुरक्षा के मापदंडों का उल्लंघन पैलेट प्लांट में किया जा रहा है और जिम्मेदार अधिकारी ईसपर अपनी मौन सहमति देते नजर आ रहे हैं।महामाया खदान में भी वहां के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा खुलकर सुरक्षा के मापदंडों का उल्लंघन किया जा रहा है महामाया खदान में तो पूरा का पूरा खदान एक ठेका कंपनी के सुपरवाइजर के हवाले कर दिया गया है जिसका न तो एक फार्म पंजीयन हुआ है और न ही ट्रेनिंग और वह 60 वर्ष की आयु भी पार कर चुका है मगर महामाया खदान के जिम्मेदार अधिकारी और वहां के ठेकेदार द्वारा उसी से कार्य करवाने के उसका गेटपास बनवाने के लिए नये नये हथकंडे अपनाए जा रहे जोकि जांच का विषय है मगर जिनको जांच करना है वह मौन सहमति देते नजर आ रहे हैं जोकि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है ।ऐसे सुरक्षा के मापदंडों का उल्लंघन आज राजहरा खदान समूह में लगभग सभी जगह नजर आता है मगर बीएसपी प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी किसी भी प्रकार की कार्यवाही करते नजर नहीं आते हैं। इसलिए बहुत जल्द दस्तावेजों के साथ भारतीय मजदूर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल धनबाद जाकर डी जी एम एस से मिलकर ऐसे सभी मामलों में कड़ी कार्यवाही की मांग करेगा जिसमें जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं और खदान में सुरक्षा के मापदंडों का भी खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है।

वीरेन्द्र भारद्वाज

चीफ़ एडिटर, भास्कर न्यूज़ 24

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