बीजापुर के पत्रकारों की हत्या के मामले में आरोपी को फांसी व् परिवार को आर्थिक सहायता दी जाये-पत्रकार संघ दल्लीराजहरा।

भास्कर न्यूज़ 24 /वीरेंद्र भारद्वाज/ दल्लीराजहरा ।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या को लेकर लौहनगरी दल्लीराजहरा में पत्रकारों ने रोष जताया। नगर के शहीद शंकर गुहा नियोगी चौक में पत्रकारों ने मोमबत्ती जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पत्रकारों की मांग है कि, इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियो को फांसी की सजा दी जाए। इसके साथ ही आरोपियों की पूरी संपत्ति राजसात किया जाए। स्व. मुकेश चंद्राकर के परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।
इस हत्याकांड को लेकर रविवार की शाम नगर के सारे रिपोर्टर इकट्ठा होकर चौक में स्व मुकेश चंद्राकर के तस्वीर के समक्ष कैंडल जलाया और मुकेश चंद्राकर अमर रहे, हत्यारो को फांसी दो कहते हुए नारे लगाए गए। शहीद शंकर गुहा नियोगी चौक में पत्रकारों ने दो मिनट का मौन रखकर मुकेश को श्रद्धांजलि अर्पित की और आक्रोश जताया। पत्रकारों ने मुकेश के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने मांग की है। साथ ही पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपए मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने छग सरकार से मांग की।
*पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग* – पत्रकारों ने एक होकर बस्तर समेत पूरे छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी हो। आए दिन पत्रकारों को झूठे मामले में फंसाना, मारपीट करना। ऐसे उत्पीड़न से पत्रकारों को गुजरना पड़ता है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ, पत्रकारिता, आज गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे में पत्रकारों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए।
*पत्रकार समाज के सवालों को देतें है आवाज* – मुकेश चंद्राकर की हत्या सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं है। यह पूरे समाज के लिए चेतावनी है। पत्रकार सिर्फ खबरें नहीं लिखते, वे समाज के सवालों को आवाज देते हैं। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना न केवल सरकार का दायित्व है। बल्कि समाज का भी नैतिक कर्तव्य है। श्रद्धांजलि सभा मे पत्रकार अजयन पिल्ले, वीरेंद्र भारद्वाज,शेखर गुप्ता,संतोष कोशी,राजा डहरवाल,नरेंद्र खोबरागड़े,नबी खान,राजेश पटेल,भोजराम साहू,नीलेश श्रीवास्तव, इमरान खान,सागर गंनीर,हीरालाल पवार,भूपेश श्रीवास,लवन राजपूत उपस्थित थे।