लखनलाल साहू पर राजहरा पुलिस मेहरबान, सिम की नही निकली सीडीआर, सत्यता पर पुलिस का पर्दा।

भास्कर न्यूज24/वीरेंद्र भारद्वाज/ दल्लीराजहरा । लौह नगरी दल्लीराजहरा में पदस्थ नगर पुलिस अधीक्षक डॉ चित्रा वर्मा के द्वारा माईन्स साझेदारी में विश्वासघात को लेकर आवेदन पर कर रहे विवेचना पर आवेदक जोश कोशी एवम सुनील साहू ने सवाल खड़े कर निराशा जताई है कि विवेचना अधिकारी नगर पुलिस अधीक्षक डॉ चित्रा वर्मा के द्वारा आवेदक जोश कोशी एवम सुनील साहू के द्वारा अपने आवेदन एवम बयान में दिए गए आशीर्वाद ट्रांसपोर्ट फर्म के नाम पर रजिस्टर्ड सिम 6260993436 जो कि सुनील साहू के नाम पर लिया गया है उस नंबर पर तीनों साझेदार की अनेको कॉल डिटेल छिपी हुई है। यदि विवेचना अधिकारी चित्रा वर्मा चाहती तो अपने एक प्रतिवेदन प्रस्तुत कर आशीर्वाद ट्रांसपोर्ट फर्म में संचालित सिम की सीडीआर निकाल कर अनेको खुलासे कर सकती थी। परन्तु प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद भी कांग्रेस के बड़े नेताओं के दबाव में कार्य कर रहे अधिकारी अपने पद की गरिमा को दरकिनार कर विवेचना में लापरवाही की और लखनलाल साहू को बचाने के पूर्ण प्रयास में उतर आई। प्राप्त सूत्रों के अनुसार आवेदक के बयान के बाद अनावेदक लखनलाल साहू का बयान तक दर्ज नही किया गया है और न ही उन्हें किसी प्रकार का नोटिस जारी किया गया है। भाजपा के शासनकाल में लखनलाल साहू को बचाने का शत प्रतिशत प्रयास किया जा रहा है। जिससे आवेदक जोश कोशी एवम सुनील साहू को न्याय मिलने मे वर्षों बित गए है। आशीर्वाद ट्रांसपोर्ट फर्म के लखनलाल साहू द्वारा वर्तमान समय तक 6260993436 सिम नंबर का उपयोग किया जा रहा है। जिससे सुनील साहू के ऊपर भविष्य में किसी अप्रिय घटना के घटित होने पर फसने की पूर्ण संभावना है।
सीडीआर नही निकलने से सत्यता अधूरी-
बालोद जिला सत्र एवम न्यायालय के अधिवक्ता ने बताया कि 6260993436 की सिम का सीडीआर जबतक नही निकाला जाएगा केस में जांच अधूरी मानी जाएगी, साथ ही तीनो साझेदार का सम्बंध और कार्यप्रणाली पर जांच अधूरी रहेगी। अनावेदक लखनलाल साहू का बयान दर्ज करना विवेचना अधिकारी का कर्तव्य एवम रजिस्टर्ड सिम को बन्द कराना जिम्मेदारी बनता है। अन्यथा सुनील साहू को भविष्य में सिम के मामले में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त एटक राजहरा के अध्यक्ष अभय सिंह एवम वार्ड 26 की पार्षद टी ज्योति तथा राजहरा व्यापारी संघ द्वारा पूर्ण समर्थन में आकर जोशी कोशी एवम सुनील साहू को न्याय दिलाने एवम 30 जुलाई को थाना राजहरा में आंदोलन के समर्थन में आये है साथ ही उन्होंने कहा है कि विवेचना अधिकारी की लापरवाही एवम कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे है। प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद भी पुलिस प्रशासन का कांग्रेस के प्रति मोहमाया नही हटा। जिससे पीड़ितों को न्याय नही मिल रहा है। जो कि चिंता का विषय बना हुआ है। नगर पुलिस अधीक्षक डॉ चित्रा वर्मा पर पूर्व में भी विवेचना को लेकर आरोप लगा था जहां एक पत्रकार चिखलाकसा क्षेत्र के निर्माणधीन पुल को लेकर अपनी रिपोर्टिंग करने गया था जहां पर स्थानीय कुछ लोगो ने पत्रकार पर जानलेवा हमला किया था। जिसमे पत्रकार गम्भीर रूप से सर की चोट की वजह से घायल अवस्था मे थे। थाना राजहरा में पदस्थ थाना प्रभारी एवम सीएसपी द्वारा उचित धाराओं में कार्यवाही से बच रहे थे। जहां सभी पत्रकारों ने थाना राजहरा एवम सीएसपी की कार्यप्रणाली पर आवाज उठाकर मिलकर थाना राजहरा में रातभर आंदोलन किया। जिसके बाद आननफानन में धारा 307 जोड़कर आरोपियों की गिरफ्तारी की गई थी। विगत 8 माह से भाजपा की सरकार प्रदेश में आने के बाद भी नगर दल्लीराजहरा में पत्रकार एवम जनता अपने आप को सुरक्षित महसूस नही कर रही है। नगर दल्लीराजहरा के जनता एवम वरिष्ठ नागरिकों ने स्पष्ट अपने शब्दों में कहा है कि जिस तरह कांग्रेस शासनकाल में पुलिसिया बर्बरता चल रही थी, आम जनता एवम पत्रकार सुरक्षित नही थे ठीक उसी तरह अब भाजपा की सरकार के समय भी दंश झेलना पड़ रहा है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।