समाज के सहयोग से विकास के कार्य करना ही जनभागीदारी है- यशवंत जैन
जनभागीदारी समिति शासकीय महाविद्यालय खेरथा में विवेक वैष्णव ने किया पदभार ग्रहण।

भास्कर न्यूज 24/वीरेन्द्र भारद्वाज/देवरीबंगला।
शासकीय महाविद्यालय खेरथा में जनभागीदारी समिति के नवनियुक्त अध्यक्ष विवेक वैष्णव के पदभार ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व सदस्य राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग यशवंत जैन ने उन्हे पदभार ग्रहण कराया। अपने उद्बोधन में उन्होने कहा कि जन सहयोग व समाज के सहयोग से कोई विकास का कार्य करना ही जनभागीदारी है। इसी उद्देश्य से महाविद्यालयों में जनभागीदारी का गठन किया गया। महाविद्यालय हमारे जीवन का महत्वपूर्ण समय होता है यहां से आगे भविष्य की दिशा तय होती है। इसलिए हम सभी का यह दायित्व है कि जो महाविद्यालय से पढ़कर निकले हैं, जिनके बच्चे अध्ययनरत हैं और समाज के जिम्मेदार नागरिक हैं सभी का दायित्व है कि शिक्षा के क्षेत्र में जनभागीदारी के माध्यम से हम बेहतर महौल बनाएं व संसाधन जुटाएं ताकि हमारे ग्रामीण अंचल के बच्चों का भविष्य निर्माण हो सके। नई शिक्षा नीति के माध्यम से अब कौशल विकास पर भी शिक्षा दिया जा रहा है जो छात्रों को रोजगार के अवसर प्रदान करती है। उन्होने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान और व्यक्तित्व विकास के लिए भी हमें प्रयास करना चाहिए ताकि वे अच्छे नागरिक बन सके। उन्होने महाविद्यालय के विकास के लिए हर संभव मदद करने की बात कही।
विशेष अतिथि जिला महामंत्री चेमन देशमुख ने कहा कि अब जनभागीदारी के माध्यम से कौशल विकास के महत्व को बताते हुए कहा कि अब समय आ चुका है कि शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास पर भी छात्रों को कार्य करना होगा। कौशल से तात्पर्य ही किसी भी क्षेत्र में दक्षता प्राप्त करना, हुनरमंद होना नई शिक्षा निति में अब कौशल विकास के अतिरिक्त पाठ्यक्रम का संचालन होना है। इस विषय पर जनभागीदारी का भी महत्वर्पूण भूमिका होगी। आगे उन्होने यह भरोसा दिलाया कि महाविद्यालय के विकास में संगठन की पूरी भागीदारी होगी।
प्राचार्य डॉ यासर कुरैशी ने महाविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों तथा कौशल विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों के विषय में जानकारी दी साथ ही महाविद्यालय में अतिरिक्त भवन, पार्किंग तथा स्नातकोत्तर कक्षाओं की आवश्यकता पर ध्यानाकर्षण कराया। उन्होने बताया कि जरूरतमंद छात्रों को छात्रवृत्त समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से दी जा रही है जिससे उनकी शिक्षा में मदद मिल रहा है साथ ही अन्य कई महत्पूर्ण विषयों पर उन्होने ध्यानाकर्षण कराया।
जनभागीरी अध्यक्ष विवेक वैष्णव में अपने उद्योबधन में कहा कि वे शुरूवात से ही संस्था के साथ जुड़े हैं और समाजसेवी संस्थानों व स्थानीय नागरिकों के सहयोग से महाविद्यालय में आवश्यक संसाधन जुटाने का प्रयास करेंगे। उन्होने कहा कि जो संसाधन महानगरों व शहरी क्षेत्र के बच्चों को मिलता है उसी तर्ज पर हम ग्रामीण क्षेत्र के इस महाविद्यालय के लिए जनभागीदारी से करने का प्रयास करेंगे। इसके लिए उन्होने पालकों सहित समाजसेवा के क्षेत्र में कार्यरत गणमान्य नागरिकों से भी मार्गदर्शन मांगा है। जनभागीदारी पूर्व अध्यक्ष हरीश कटझरे के प्रयासों से कॉलेज में स्नातकोत्तर राजनीति शास्त्र की मान्यता संस्था को मिली थी। अब अन्य आवश्यक विषयों पर स्नातकोत्तर विषयों की आवश्यकता है इसके लिए शासन से मांग की जायेगी। परिसर में खेल मैदान, अतिरिक्त भवन की मांग भी शासन से करने की बात कही।
कार्यक्रम पश्चात अतिथियों द्वारा परिसर में एक पेड़ मॉ के नाम लगाने का संदेश देते हुए वृक्षारोपण किया तथा महाविद्याय में संचालित गतिविधियों का निरीक्षण किया। मण्डल अध्यक्ष टिनेश्वर बघेल, जिला उपाध्यक्ष किशोरी साहू, पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला अध्यक्ष जितेन्द्र साहू, प्रदेश आईटीसेल सदस्य हरीश कटझरे, महामंत्री सुरेश केशरवानी, भरत देवांगन, मिथलेश तिवारी, अधिवक्ता सुभाष पुसतकर, दीनदयाल ढड़सेना, जयकुमार जैन, सहदेव सिन्हा सहित स्थानीय नागरिक व महाविद्यालय के स्टाफ उपस्थित थे।