सीएमएसएस कार्यालय में हुई बैठक, 28 सितंबर शहादत दिवस मनाने के साथ ही प्रबंधन की वादा खिलाफी के विरुद्ध बड़े आंदोलन की तैयारी।

भास्कर न्यूज24/वीरेन्द्र भारद्वाज/दल्लीराजहरा। छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ कार्यालय में लौह अयस्क खान समूह के श्रमिकों की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में में दो मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई और निर्णय लिया गया। स्वर्गीय कामरेड शंकर गुहा नियोगी के शहादत दिवस 28 सितंबर को बड़े पैमाने पर मनाने के लिए चर्चा किया गया, जिसमें बताया गया कि पूरे छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों के समर्थक नेता एवं कार्यकर्ता शहादत दिवस में शामिल होंगे और डौंडी लोहारा क्षेत्र के तमाम ग्रामीण नौजवान, मजदूर, किसान, छात्र,भी बड़े पैमाने पर शहादत दिवस के अवसर पर शिरकत करेंगे। इस शहादत दिवस को यादगार रूप में तब्दील करने का निर्णय लिया गया है।
दूसरी ओर 26 अगस्त को खदानों में हुई हड़ताल के बाद प्रबंधन और यूनियन के बीच बनी सहमति पर चर्चा की गई, जिसमें कहा गया की 26 अगस्त को यूनियन और प्रबंधन के बीच जिन मुद्दों पर सहमति बनी थी, दो दिन बाद ही प्रबंधन उन सहमतियों से मुकरने का संकेत दे रहा है। इस बीच यूनियन नेताओं और प्रबंधन के बीच हुई चर्चा में यह निकलकर आया कि प्रबंधन 26 अगस्त को अपने किए हुए वादे से पीछे हटने का मन बना चुका है। जिस पर उपस्थित श्रमिक भड़क गए और उन्होंने कहा कि इतने सालों में यह पहली बार हो रहा है जब हमें एक मौकापरस्त प्रबंधन का सामना करना पड़ रहा है।,इसलिए अब आगे इससे बड़े और अनिश्चितकालीन आंदोलन की रूपरेखा तय करनी होगी। इस आंदोलन में आसपास ग्रामीण क्षेत्र के किसान नौजवान छात्र बेरोजगार एवं खदान श्रमिक परिवार सहित एक निर्णायक और ऐतिहासिक आंदोलन को संगठित करेंगे । श्रमिकों ने कहा कि इस बार हम आर पार की लड़ाई के लिए तैयार है, इसके लिए जो भी कुर्बानी देना पड़े हम देंगे, लेकिन खदानों की परंपरा और बेहतर व्यवस्था को बर्बाद नहीं होने देंगे। इस बैठक में पूर्व विधायक जनक लाल ठाकुर, छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ अध्यक्ष सोमनाथ उइके, उनके पदाधिकारी गण , एटक अध्यक्ष राजेंद्र बेहरा,सीटू अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिमैया, सचिव प्रकाश सिंह क्षत्रिय, एवं भारी संख्या बल में श्रमिक साथी मौजूद रहे।