ठेका श्रमिकों को परिवार सहित मिलने वाले मेडिकल सुविधा में ओपीडी के साथ साथ रिफर किये गये मरीजों का खर्च भी शामिल हो _भारतीय मजदूर संघ

भास्कर न्यूज24/वीरेंद्र भारद्वाज/दल्लीराजहरा।
खदान मजदूर संघ भिलाई संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि विगत दिनों मुख्य महाप्रबंधक खदान के सभागार में खदान प्रबंधन द्वारा सभी यूनियन के प्रतिनिधिगण, खदान के ठेकेदार और शहीद अस्पताल एवं ज्योति अस्पताल के प्रतिनिधियों की एक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें मुख्य रूप से खदान में कार्यरत ठेका श्रमिकों और उनके परिवार को मेडिकल सुविधा दिये जाने पर चर्चा हुई। बैठक में बीएसपी प्रबंधन द्वारा सभी को संबोधित करते हुए कहा गया कि जल्द से जल्द सभी ठेका श्रमिकों और उनके परिवार को बीएसपी प्रबंधन द्वारा मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, प्रबंधन द्वारा यह बताया गया कि मेडिकल सुविधा के लिए राजहरा के शहीद अस्पताल और ज्योति अस्पताल को चिन्हित किया गया है जहां ठेका श्रमिक अपने परिवार के साथ ईलाज करा सकते हैं और अगर मरीज को रिफर करने की स्थिति आती है तो ठेका श्रमिकों को अपना ईलाज स्वयं करवाना होगा या फिर सरकार द्वारा बनाए गए आयुष्मान कार्ड से करवाना होगा। बीएसपी द्वारा मरीज को रिफर किये जाने की स्थिति में उसका इलाज नहीं करवाया जायेगा। जिस पर खदान मजदूर संघ भिलाई के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद ने प्रश्न उठाते हुए कहा कि सबसे पहले बीएसपी प्रबंधन यह स्पष्ट करें कि यह योजना ठेका श्रमिकों और उनके परिवार के लिए सिर्फ ओपीडी के लिए है या रिफर किये जाने की स्थिति में भी ईस योजना का लाभ मिलेगा और अगर मरीज को राजहरा से बाहर बड़े अस्पताल में रिफर किया जाता है तो एंबुलेंस का खर्चा कौन वहन करेगा, और अगर आयुष्मान कार्ड से ईलाज करवाया जाता है तो मरीज को भर्ती कराने से पहले होने वाले विभिन्न जांच का खर्चा कौन वहन करेगा। तब बीएसपी प्रबंधन द्वारा स्पष्ट किया गया कि यह मेडिकल सुविधा सिर्फ और सिर्फ ओपीडी के लिए है इसमें मरीज को रिफर किये जाने वाले खर्चे पर किसी भी तरह का प्रावधान नहीं रखा गया है। रिफर होने की स्थिति पर ठेका श्रमिकों को अपना और अपने परिवार का ईलाज स्वयं के खर्चे पर करवाना होगा बीएसपी प्रबंधन किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं होगा। अब प्रश्न उठता है कि आज तक ठेका श्रमिकों को मेडिकल सुविधा किस तरह प्रदान किया जा रहा था तो जो माइनिंग के ठेकों में जो ठेका श्रमिक कार्य करते है उनको ठेकेदार द्वारा ओपीडी और रिफर होने की स्थिति में भी पूरा खर्च वहन किया जाता हैं।और ठेकेदार द्वारा उनका पूरी तरह ईलाज करवाया जाता हैं। अब प्रश्न उठता है कि खदान के जो नान माइनिंग ठेकों पर ठेका श्रमिक कार्य करते है उनको किस तरह अभी तक मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है तो इसमें पहले से ही नान माइनिंग ठेकों पर ठेका श्रमिकों को ओपीडी की सुविधा मिलती आ रही है मगर यह सभी ठेकों पर लागू नहीं हैं आज भी बहुत से ठेकों पर ठेका श्रमिकों को मेडिकल सुविधा नहीं दी जाती है ईस मेडिकल सुविधा के लागू होने से कम से कम यह तो सुनिश्चित हो जायेगा कि खदान के सभी ठेका श्रमिकों को परिवार सहित ओपीडी की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। मगर क्या यह पर्याप्त है सिर्फ मेडिकल के नाम पर ओपीडी सुविधा देकर हम मेडिकल सुविधा बोल सकते हैं क्या? यह बहुत बड़ा प्रश्न है जिसका जवाब हम सभी यूनियनों और बीएसपी प्रबंधन को ढूंढना होगा जिससे खदान में कार्यरत ठेका श्रमिकों को भी पूरी तरह मेडिकल सुविधा का लाभ मिलना प्रारंभ हो सकें। और संघ का मानना है कि ठेका श्रमिकों का परिवार सहित ईलाज बीएसपी अस्पताल में होना चाहिए क्योंकि और यह भी प्रयास किया जाना चाहिए कि आयुष्मान योजना का लाभ समस्त नगरवासियों को बीएसपी अस्पताल में भी मिलना चाहिए। क्योंकि ईस मेडिकल सुविधा के दो पहलू हैं पहला यह कि माइनिंग ठेकों पर कार्यरत ठेका श्रमिक ईस योजना को लेकर खुश नहीं हैं क्योंकि उनको पहले ही इससे बेहतर मेडिकल सुविधा मिल रही है दूसरी ओर नान माइनिंग में काम करने वाले ठेका श्रमिक है जिनको पहले कुछ नहीं मिल रहा था अब कम से कम ओपीडी की सुविधा तो मिलेगी। इसलिए खदान मजदूर संघ भिलाई के अध्यक्ष मुश्ताक अहमद ने प्रबंधन से मांग किया है कि ईस मेडिकल सुविधा को लागू करने से पहले इसमें एकरूपता लाई जावे और ईस बात का ध्यान रखा जावे कि ओपीडी में ईलाज तो ठेका श्रमिक कहीं से भी करा सकता है जरूरत होती है तो सरकारी अस्पताल में मुफ्त ईलाज करा सकते है ठेका श्रमिकों की प्राथमिकता गंभीर बीमारियों में ओपीडी से रिफर किये जाने पर होती है इसलिए अगर बीएसपी प्रबंधन ठेका श्रमिकों का सही में भला करना चाहतीं हैं तो ओपीडी के साथ साथ ठेका श्रमिकों को परिवार सहित रिफर किये जाने की स्थिति पर भी उनका इलाज हो सके और उसका सारा खर्च बीएसपी प्रबंधन द्वारा वहन किया जावे। बैठक में मुख्य रूप मुख्य महाप्रबंधक खदान आर बी गहरवार, महाप्रबंधक कार्मिक खदान एस के सोनी एवं खदान के एजेंट,माईंस मैनेजर, पर्सनल विभाग के अधिकारी, शहीद अस्पताल और ज्योति अस्पताल के प्रतिनिधि, खदान के सभी यूनियन के प्रतिनिधिगण और खदान मजदूर संघ भिलाई संबद्ध भारतीय मजदूर संघ से अध्यक्ष मुश्ताक अहमद और सचिव लखनलाल चौधरी उपस्थित थे।