डीएमएफ फंड की राशि का हो रहा है बंदरबाट,राशि को नगर विकास में न लगाकर अन्य जगहों पर खर्च की जा रही है जो नगर के साथ सौतेला सौतेला व्यवहार हैं-गोविंद वाधवानी

भास्कर न्यूज24/वीरेन्द्र भारद्वाज/दल्लीराजहरा।
छत्तीसगढ़ जिला खनिज संस्थान न्यास नियम-2015 यथासंसोधित नियम के नियम 6 (1) में निहित प्रावधानों को दृष्टिगत रखते हुए बालोद जिला अंतर्गत डौण्डी विकासखण्ड 14 अगस्त 2019 के 115 ग्रामों / नगरीय निकायों, डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के 60 ग्रामों, गुण्डरदेही विकासखण्ड के 59 ग्रामों / नगरीय निकायों, गुरुर विकासखण्ड के 52 ग्रामों एवं बालोद विकासखण्ड के 32 ग्रामों / नगरीय निकायों, इस प्रकार कुल 318 ग्रामों / नगरीय निकायों को प्रत्यक्ष रूप से खनन एवं खनन संक्रियाओं से प्रभावित क्षेत्र के रूप में घोषित किया गया है। दल्ली राजहरा में जिला खनिज न्यास निधि मद से बालोद जिला में कार्यों हेतु राजहरा माइंस द्वारा 6अरब 26 करोड़ 17 लाख 71 हजार 445 रु फरवरी 2016 से जनवरी 2022 तक प्रदान करने की जानकारी छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उच्च न्यायालय को दी गई है यह जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा सिंह के द्वारा हाई कोर्ट में लगाई गई याचिका पर जानकारी उपलब्ध हुई है।
डीएमएफ की राशि कहां खर्च की गई इसकी जानकारी उच्च न्यायालय ने हलफनामा के माध्यम से मांगी है । राशि का नियम विरुद्ध बंदर बा ठ करने पर लगाई गई याचिका पर सज्ञान लेते हुए मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा तथा जस्टिस रविंद्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने शासन से हलफ नामे पर खर्च की गई राशि का विवरण मांगा है। डाडी विकासखंड के 115 ग्राम में जिला खनिज न्यास संस्थान से प्रत्यक्ष प्रभावित क्षेत्र दल्लीराझरा के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों में लाखो रुपए का बंदरबाठ किया गया। खेल परिसर में अहाता निर्माण व गेट निर्माण के लिए₹9लाख 31 हजार रुपए, शहीद सुदामा मैदान में रनिंग ट्रेक एवं पेयजल पाइप लाइन हेतु , चौक सौंदर्यकरण के चार लाख, प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास 23 लाख रुपए सामुदायिक भवन 10 लाख, दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र 35 लाख जैसे विभिन्न निर्माण के लिए लाखो में राशि स्वीकृत हुई है।
उजड़ते हुए दल्ली राजहरा को बचाने के लिए राजहरा व्यापारी संघ के द्वारा स्थानीय अटल योग सदन में प्रेस वार्ता रखी गई थी जिसमें खनिज न्यास निधि में बीएसपी के द्वारा प्रतिवर्ष लगभग इक हजार करोड रुपए देने और उसका उपयोग दल्ली राजहरा में ना करके राज्य सरकार के द्वारा अन्य जगह करने पर राजहरा की हो रही दुर्दशा के संबंध में विस्तृत से चर्चा की गई l
इस संबंध में राजहरा व्यापारी संघ के अध्यक्ष गोविंद वाधवानी ने कहा कि सरकार दल्ली राजहरा को अनदेखा करते हुए खनिज न्यास निधि से मिलने वाली राशि को दल्ली राजहरा के बजाए अन्य जगहों पर खर्च कर रही है l जिसका सीधा नुकसान दल्ली राजहरा को हो रहा है l पचास वर्ष के बाद भी नगर का विकास नहीं के बराबर हैं। खनिज न्यास निधि से मिलने वाले राशि का एक प्रतिशत भी दल्ली में खर्च नही किया जा रहा है। लोगो को पीने के लिए फिल्टर पानी नसीब नही हो रहा है। हर माह शहर को आठ करोड़ रु रायलटी का आता है। जिसे दल्लीराझरा के आसपास प्रभावित क्षेत्र 16 किलोमीटर विकास में खर्च करना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। दल्ली राजहरा में बीएसपी द्वारा संचालित प्राथमिक शाला और हाईस्कूल हुआ करते थे l जिसमें हाई स्कूल में थे बीएसपी हाई स्कूल क्रमांक 1 ,2 ,और 3 प्राथमिक शाला में क्रमांक 6 ,22, , 28 ,30 और 32 सीनियर सेकेंडरी स्कूल अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक एवं हाई स्कूल आज सभी स्कूल बंद हो चुके है प्रभावित क्षेत्र के आसपास के 15 किलोमीटर के दायरे में निवासरत लोगों को स्वास्थ्य ,शिक्षा ,शुद्ध पेयजल , बच्चों के खेलकूद , सड़क सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया था । श्री वाधवानी ने कहा कि इस बार राजहरा के सभी समाज ,सभी राजनीतिक दल , सभी श्रमिक संगठन और धार्मिक संगठन को एक करके एक विशाल रैली कलेक्ट ऑफिस के लिए निकाली जाएगी l पिछले बार तो लगभग 600 लोगो की बाइक रैली निकाली गई थी लेकिन अब कई गुना ज्यादा लोग कलेक्टर आफिस पहुंच कर खनिज न्यास निधि के नाम से जो राशि सरकार को दी जाती है उसे पूरे दल्ली राजहरा के विकास के लिए खर्च करने कलेक्टर से आग्रह किया जाएगा l सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा सिंह ने बताया कि कोविड सेंटर को 30 बिस्तर अस्पताल में तब्दील करने के नाम पर लाखो रु की राशि डी एम एफ फंड से आवंटित की गई है l अस्पताल के नाम पर मात्र दिखावा बन कर रह गया है जो सुविधा होनी चाहिए वह वहां पर कुछ भी नहीं है l जबकि नियम के तहत केंद्र और राज्य सरकार के किसी भी योजना में डीएमएफ फंड की राशि को खर्च नहीं किया जा सकता है l सरकार द्वारा राजहरा के पूरे 27 वार्ड के लिए. प्रत्येक वार्ड के लिए ₹ 270000 रुपए की राशि फिल्टर प्लांट के नाम पर आवंटित किया गया है l लेकिन इस राशि का उपयोग राजहरा के वार्ड वासियों को अभी तक नहीं मिल पाया है l छत्तीसगढ़ समन्वय समिति के महासचिव ,साहू समाज के पूर्व अध्यक्ष तोरण लाल साहू ने बताया कि दल्ली राजहरा की स्थिति दयनीय होती जा रही है l बीएसपी में नया भर्ती होना बंद हो चुका है जो भी हो रहा है वह ठेका श्रमिक है l लगभग 4 साल के अंदर 70% व्यक्ति रिटायरमेंट हो जाएंगे l दल्ली राजहरा को बचाने के लिए एक बहुत बड़ी योजना की अति आवश्यक है l भारतीय जनता पार्टी की वार्ड 26 की पार्षद टी. ज्योति ने कहा कि सरकार द्वारा वार्ड नंबर 26 में संचालित आत्मानंद स्कूल की स्थिति भी दयनीय होती जा रही है l करोड़ों रुपए खर्च करके वहां स्कूल को बनाया गया लेकिन ठेकेदार द्वारा कितना भ्रष्टाचार किया जा रहा है वह स्कूल पहुंचकर देखने से ही पता चलता है l आज भी बाउंड्री वॉल को आधा अधूरा बनाकर छोड़ दिया गया है l स्कूल में पूरी तरह से भ्रष्टाचार हुआ है आवंटित राशि का पूरी तरह से बंदर बाट हो रहा है l पानी की समस्या को देखते हुए पार्षद निधि से मेरे द्वारा स्कूल में बोर कराया गया है l ताकि बच्चों को कम से कम पानी तो उपलब्ध हो सके l
अनाज किराना के शंकर कुकरेजा ने कहा कि हर कोई जानता है की शहर का दोहन हो रहा है l स्कूल और अस्पताल की सुविधा नही के बराबर है l यहां की पूरी सुविधाएं अन्य जगहों में स्थानांतरित हो गई है l आज 70% राजहरा खाली हो चुका है l