पैलेट प्लांट में बिना सुरक्षा ट्रेनिंग, बिना हाईट पास के गरीब आदिवासी ठेका श्रमिकों को मौत के मुंह में ढकेल रही है जगन्नाथ स्टील प्राईवेट लिमिटेड और बीएसपी प्रबंधन -मुश्ताक अहमद

भास्कर न्यूज़ 24/ वीरेंद्र भारद्वाज/ दल्लीराजहरा। पूर्व सांसद प्रतिनिधि और भारतीय मजदूर संघ के नेता मुश्ताक अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि दल्ली यंत्रीकृत खदान में निर्माणाधीन पैलेट प्लांट में दुर्घटनाओं का सिलसिला रुक नहीं रहा है आए दिन यहां कार्यरत गरीब आदिवासी श्रमिकों के साथ दुर्घटनाएं हो रही है और बीएसपी प्रबंधन व जगन्नाथ स्टील प्राईवेट लिमिटेड के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है जोकि चिंता का विषय है जब से जगन्नाथ स्टील प्राईवेट लिमिटेड ने पैलेट प्लांट बनाने का कार्य शुरू किया है तब से आजतक बहुत सी दुर्घटनाएं हो चुकी है मगर आजतक उसके लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है आजतक बीएसपी प्रबंधन और जगन्नाथ प्राईवेट लिमिटेड द्वारा किसी भी अधिकारी के ऊपर कोई कार्यवाही किया गया है जोकि उनकी घोर लापरवाही पूर्वक कार्यशैली को दर्शाता है।
कल 29-05- 2025 को जगन्नाथ प्राईवेट लिमिटेड द्वारा निर्माणाधीन पैलेट प्लांट में फिर एक दुर्घटना घटी और पुनीत नाम का एक वेल्डर जोकि ऊंचाई में काम कर रहा था और काम करते समय उसके आंख में कुछ लोहे का समान गिर गया जिससे वेल्डर बुरी तरह घायल हो गया और तब वहां उपस्थित श्रमिकों ने किसी तरह उसे ज्योति अस्पताल ले जाया गया जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया । भारतीय मजदूर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल अस्पताल जाकर उसे देखा क्योंकि उस समय वह बात करने की स्थिति में नहीं था। लेकिन उस समय तक जगन्नाथ स्टील प्राईवेट लिमिटेड के अधिकारियों का अमानवीय चेहरा भी नजर आया कि कोई भी जिम्मेदार अधिकारी अस्पताल नहीं पहुंचा था जोकि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
अब यहां एकबात बहुत ही महत्वपूर्ण है कि पैलेट प्लांट में बार बार दुर्घटनाएं क्यों हो रही है तो जब भारतीय मजदूर संघ ने ईसकी जांच किया तो चला कि जगन्नाथ प्राईवेट लिमिटेड द्वारा पैलेट प्लांट में सरकार द्वारा तय मापदंडों का खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है पैलेट प्लांट में श्रम कानूनों की भी खुलेआम अवहेलना की जा रही है मगर बीएसपी प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं या फिर जानबूझकर कर आंखें मूंद कर रखी हुई है। जबकि ईस ठेके का असली मालिक बीएसपी प्रबंधन है बीएसपी ने जगन्नाथ स्टील प्राईवेट लिमिटेड को पैलेट प्लांट बनाने और प्लांट को संचालित करने का ठेका दिया है। मगर आज जिस तरह बीएसपी द्वारा दिए गये ठेके में केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के बनाए गये नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है जोकि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और जिन अधिकारियों को ईसके लिए नियुक्त किया गया है उनके द्वारा भी कोई कार्यवाही का नहीं करना चिंता के साथ-साथ जांच का भी विषय है क्योंकि लगातार हो रही दुर्घटनाओं में क्षेत्र के आदिवासी, गरीब ठेका श्रमिक ईसका शिकार हो रहे हैं। पूर्व सांसद प्रतिनिधि और संघ के नेता मुश्ताक अहमद ने आगे कहा कि एक तरफ सुरक्षा प्रथम का नारा लगाने वाली बीएसपी प्रबंधन पैलेट प्लांट के मामले में सुरक्षा को भूल चुकी है जबकि उसे मालूम होना चाहिए कि ईस ठेके का असल मालिक बीएसपी प्रबंधन ही है इसलिए बीएसपी प्रबंधन अपनी जिम्मेदारियों से भाग नहीं सकता हैं सरकार के बनाए नियमों का पालन सभी को करना होगा नहीं तो उन्हें सरकार द्वारा तय कानूनों से उन्हें दंडित भी किया जावेगा। बीएसपी प्रबंधन और जगन्नाथ स्टील प्राईवेट लिमिटेड ने पैलेट प्लांट में केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा तय नियमों का खुलकर उल्लंघन कर रहे हैं। जैसे जानकारी मिली है कि पैलेट प्लांट में कार्यरत किसी भी ठेका श्रमिकों का सुरक्षा ट्रेनिंग नहीं हुआ है, किसी भी श्रमिक का हाईट पास नहीं बना है, किसी भी श्रमिक का एक फार्म पंजीयन नहीं हुआ है, किसी भी ठेका श्रमिक को पेमेंट स्लीप नहीं मिलता है, ठेका श्रमिकों को बिना आराम के 12 घंटे से अधिक कार्य कराया जाता है और उन्हें ओवरटाइम का पैसा नियमपूर्वक नहीं दिया जाता है। पैलेट प्लांट में लापरवाही की हद ईतनी थी कि श्रमिकों को बिना गेटपास सिर्फ आधार कार्ड दिखाकर कार्य पर लिया जाता था और उसी का परिणाम है कि आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है और सबसे बड़ी बात कि ईसी पैलेट प्लांट में एक ठेका श्रमिक श्रवण चौहान यहां के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से दुर्घटनाग्रस्त होकर मौत के मुंह चला गया और मृतक ठेका श्रमिक श्रवण चौहान की लगभग 06 मीटर की ऊंचाई से गिरने से मौत हो गई मगर उसके बाद भी जगन्नाथ स्टील प्राईवेट लिमिटेड और बीएसपी प्रबंधन की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया है मृतक श्रवण चौहान का भी गेटपास नहीं था ,उसका भी हाईट पास नहीं था उसकी भी सुरूक्षा ट्रेनिंग नहीं हुई थी और दिनांक 29-05-2025 हुई दुर्घटना में भी लगभग सभी चीजें वहीं है ईस दुर्घटनाग्रस्त ठेका श्रमिक पुनीत का भी सुरक्षा ट्रेनिंग नहीं हुआ था ईसका भी हाईट पास नहीं बना था एक ठेका श्रमिक के जान गंवाने के बाद भी कुछ नहीं बदला है आदिवासी गरीब श्रमिकों का शोषण हो रहा आदिवासी श्रमिकों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है और सरकार ने जिनको सरकार द्वारा तय नियमों का पालन के लिए रखा है वह लोग जानबूझकर ग़रीब, आदिवासी श्रमिकों को मौत के मुंह में ढकेलने में लगे हुए हैं जोकि बहुत ही शर्मनाक है। पूर्व सांसद प्रतिनिधि और संघ के नेता मुश्ताक अहमद ने कहा कि निर्माणाधीन पैलेट प्लांट में जितनी भी दुर्घटना हुई है उसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई नहीं होती है और जिस ठेका श्रमिक ने अपनी जान गंवाई है अगर उसकी मौत के जिम्मेदार अधिकारियों पर गैर जमानती धाराओं में अपराध पंजीबद्ध नहीं किया जाता है तो संघ गरीब आदिवासी श्रमिकों को न्याय दिलाने के लिए दल्ली से दिल्ली तक लड़ाई लड़ने से पीछे नहीं हटेगा।
पैलेट प्लांट में बिना सुरक्षा ट्रेनिंग, बिना हाईट पास के गरीब आदिवासी ठेका श्रमिकों को मौत के मुंह में ढकेल रही है जगन्नाथ स्टील प्राईवेट लिमिटेड और बीएसपी प्रबंधन , मुश्ताक अहमद