सेजेस कुसुमकसा में हुआ पालकों का सम्मान।

भास्कर न्यूज़ 24/ वीरेंद्र भारद्वाज/ दल्ली राजहरा। सेजेस कुसुमकसा में इस शैक्षिक सत्र के प्रथम पालक शिक्षक बैठक प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी डीपी कोसरे तथा सहायक परियोजना समन्वयक लेख राम साहू के गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि योगेंद्र कुमार सिन्हा भाजपा मंडल अध्यक्ष कुसुमकसा,विशेष अतिथि डॉक्टर नसीम खान,मोतीलाल कुचरिया, कृष्णकांत साहू, नईम कुरैशी तथा पंकज जेठवानी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य सुनीता यादव ने बच्चों के शारीरिक मानसिक एवं सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय एवं पालकों के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए उपस्थित समस्त पालकों, ग्राम वासियों तथा अतिथियों का स्वागत किया l
इस अवसर पर मुख्य अतिथि योगेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि जब अभिभावक स्कूल में शामिल होते हैं और उनके प्रयासों को मान्यता दी जाती है तो विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ता है। शिक्षक एवं पालकों के संयुक्त प्रयास से बच्चों के लिए पढ़ाई के प्रति उचित वातावरण बनाने प्रेरित किया वहीं दूसरी ओर बच्चों को परीक्षा के दबाव में तनाव तथा अवसाद से मुक्त रहकर नियमित पढ़ाई पर जोर दिया । प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री डीपी कोसरे ने कहा कि शिक्षक पालकों के संयुक्त प्रयास से बच्चों में पढ़ाई के प्रति सकारात्मक माहौल बनाने तथा बच्चों को सतत प्रेरणा एवं सही समय पर उचित मार्गदर्शन देने के लिए यह आयोजन किया गया है। पालकों को बच्चों से शाला में होने वाली विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा करने तथा छात्रों को नियमित रूप से शैक्षिक क्रियाकलापों पर भागीदारी लेते हुए शाला में इस साल भी मेरिट सूची में आने के लिए प्रेरित किया। सहायक परियोजना समन्वयक लेखराम साहू ने कहा कि बच्चों की संपूर्ण गतिविधियों से पालक एवं शिक्षक दोनों ही अवगत हो। पलकों को शाला संचालन में सहयोग करने की अपेक्षा करते हुए बच्चों को लक्ष्य निर्धारण कर परीक्षा की तैयारी करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि लक्ष्य पकड़ से दूर और पहुंच के समीप होना चाहिए।
सम्मेलन का संचालन करते हुए व्याख्याता तामसिंग पारकर ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की शैक्षिक पाठ्यक्रम व्यवस्था 5 + 3 + 3 + 4 के फॉर्मेट पर सारगर्भित जानकारी दिया। उन्होंने कहा कि शाला में पालकों का सम्मान होना एक महत्वपूर्ण गतिविधि है जो शिक्षा प्रणाली में अभिभावकों की भागीदारी और महत्व को दर्शाती है। यह छात्रों शिक्षको और पालकों के बीच एक मजबूत संबंध बनाने में मदद करता है, जो छात्रों को शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास के लिए आवश्यक है। व्याख्याता राजेंद्र कुमार आवड़े ने सभी वर्गों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके इस कार्य हेतु जाति ,आय, निवासी प्रमाण पत्र आदि बनाने अभिभावकों को प्रोत्साहित किया। व्याख्याता सुश्री गीता गुप्ता ने पॉक्सो एक्ट 2012 के तहत छात्रों के विरुद्ध लैंगिक अपराधों को रोकने के लिए व्यापक यौन शिक्षा कार्यक्रमों को लागू किए जाने जैसे गुड टच ,बेड टच आदि के नैतिक प्रभावों के बारे में शिक्षक पालक बैठक में चर्चा किया। शिक्षिका कुमारी भावना यादव ने पालकों को छात्रों की कक्षावार योग्यता अनुरूप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं एवं छात्रवृत्ति योजनाओं के संबंध में अवगत कराया। व्याख्याता श्रीमती रानू सोनी ने बस्तर रहित शनिवार पर अभिभावकों को अवगत कराया। व्याख्याता वर्षा जनवंधु ने विद्यार्थियों के आयु तथा कक्षा अनुरूप स्वास्थ्य परीक्षण एवं पोषण की पालकों को पूर्ण रूपेण जानकारी दिए,जिससे पालक जागरूक हो और सभी छात्रों को इसका लाभ मिल पाए। बैठक में प्रबंधन समिति के समस्त सदस्य गण, पालकगण , वरिष्ठ नागरिकगण तथा शाला के समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे।



